॥ श्रीरामानुजसहस्रनामावलिः ॥

द्रष्टव्यं :
स्तोत्रेषु कुत्रापि अशुद्धो विद्यते तु अधः कमेन्टकोष्ठे संसूचयन्तु तेन महान्तः धन्यवादाः

॥  श्रीरामानुजसहस्रनामावलिः ॥

ॐ श्रीमते रामानुजाय नमः

ॐ सौम्याय नमः  
ॐ केशवार्यात्मजाय नमः  
ॐ अनघाय नमः  
ॐ श्रीमते नमः  
ॐ कान्तिमतीगर्भशुक्तिमुक्ताफलाय नमः 
 ॐ जयाय नमः 
ॐ लक्ष्मणाय नमः   
ॐ भक्तमन्दाराय नमः   
ॐ श्री भूतपुरनायकाय नमः        
 ॐ मोक्षप्रदाय नमः  
 ॐ सर्वसाक्षिणे नमः   
 ॐ प्रपन्नजनरञ्जनाय नमः  
 ॐ सर्वशास्त्रार्थतत्त्वज्ञाय नमः  
 ॐ त्रिलोकजनवन्दिताय नमः   
ॐ अनन्ताय नमः  
 ॐ सत्यसङ्कल्पाय नमः   
ॐ बलभद्राय नमः  
 ॐ महादृढाय नमः  
 ॐ निरञ्जनाय नमः  
 ॐ निर्विकाराय नमः  
 ॐ विपुलांसाय नमः  
ॐ निरामयाय नमः  
 ॐ वेदान्तद्वयसारज्ञाय नमः   
ॐ दिव्यमङ्गलविग्रहाय नमः  
 ॐ नीलाम्बरधराय नमः  
 ॐ चित्रचरित्राय नमः 
ॐ करुणकराय नमः
 ॐ वरदाय नमः
 ॐ वेदवेत्रे नमः 
ॐ स्वामिने नमः  
ॐ परमधार्मिकाय नमः 
ॐ अमोघवाक्याय नमः  
ॐ सर्वज्ञाय नमः  
ॐ सर्वकामप्रदायकाय नमः   
ॐ नारायणंशसम्भूताय नमः 
ॐ भवबन्धविमोचकाय नमः   
ॐ सदाधाराय नमः   
ॐ ज्ञानभाव्याय नमः  
ॐ तीर्थस्नानफलप्रदाय नमः ॥ ४० ॥
ॐश्रीवैष्णवावनताय नमः  
ॐ सर्वाय नमः  
ॐ सर्वपुण्यफलप्रदाय नमः   
ॐ सङ्कर्षणाय नमः  
ॐ सर्वपूज्याय नमः 
ॐ समयाय नमः
ॐ सर्वगोचराय नमः  
ॐ दुराधर्षाय नमः   
ॐ त्रिकालज्ञाय नमः 
ॐ जरामरणवर्जिताय नमः 
ॐ सहिष्णवे नमः            
ॐ तत्त्ववेत्रे नमः  
ॐ अरिषड्वर्गविजेत्रे नमः   
ॐ अव्ययाय नमः   
ॐ सर्वादये नमः   
ॐ सद्गतये नमः   
ॐ सर्वभूताधाराय नमः   
ॐ महाधृतये नमः   
ॐ सर्वजिते नमः   
ॐ जन्मरहिताय नमः   
ॐ ऊर्जिताय नमः ।  
ॐशिष्टरञ्जनाय नमः  
ॐ महोरस्काय नमः   
ॐ विश्वगोत्रे नमः   
ॐ लोकाध्यक्षाय नमः   
ॐ शुभाकराय नमः  
ॐ अजेयाय नमः   
ॐ अनुत्तमाय नमः   
ॐ शेषाय नमः   
ॐ हृष्टात्मने नमः  
ॐ दासपावनाय नमः 
ॐ सारात्मकाय नमः  
ॐ गुरुश्रेष्ठाय नमः  
ॐ निर्वत्तविषयस्पृहाय नमः 
ॐ कोमलाङ्गाय नमः 
ॐ जगन्नाथाय नमः  
ॐ विक्रमिणे नमः   
ॐ सेवकप्रियाय नमः   
ॐ अतुलाय नमः  
ॐ मधुरालापाय नमः ॥ ८० ॥
ॐ प्रपन्नजनसंवृताय नमः  
ॐ महास्वरुपाय नमः   
ॐ सारज्ञाय नमः 
ॐ सात्विकाय नमः   
ॐ गतकल्मषाय नमः 
ॐ उदारधिये नमः   
ॐ श्वेतवर्णाय नमः 
ॐ ज्ञानदीपप्रकाशकाय नमः  
ॐ ज्ञानप्रियाय नमः 
ॐ प्रसन्नेन्दुमुखाय नमः 
ॐ नरकनाशनाय नमः  
ॐ अनुकूलाय नमः   
ॐ सूक्ष्मरुपाय नमः   
ॐ कर्णान्तायतलोचनाय नमः   
ॐ दुस्सहाय नमः  
ॐ दुष्टदमनाय नमः  
ॐ धीराय नमः  
ॐ उदात्तगुणोत्तराय नमः  
ॐ पुण्यश्लोकाय नमः  
ॐ कलाधाराय नमः   
ॐ कोटिसूर्यसमप्रभाय नमः  
ॐ कृपापीयूषजलधये नमः   
ॐ क्षयवृद्धिविवर्जिताय नमः  
ॐ कर्त्रे नमः  
ॐ पुराणपुरुषाय नमः  
ॐ पापघ्ने नमः  
ॐ मितभाषणाय नमः  
ॐ धर्मदेवाय नमः   
ॐ धर्मपालाय नमः  
ॐ भवसन्तापनाशनाय नमः  
ॐ उत्सवैषिणे नमः  
ॐ तीर्थपादाय नमः   
ॐ तापत्रयविदारणाय नमः  
ॐ अधर्मशत्रवे नमः   
ॐ अचलाय नमः  
ॐ शक्तिमते नमः  
ॐ अभयाय नमः   
ॐ कवये नमः   
ॐ श्रीवैष्णवार्चिताय नमः  
ॐ श्रीमते नमः ॥ १२० ॥
ॐ आनन्दकरदर्शनाय नमः   
ॐ मेषार्द्रासम्भवाय नमः   
ॐ वेदपुरुषाय नमः 
ॐ पार्थसारथये नमः   
ॐवेदान्तद्वयकर्पूरचामीकरकरण्डकाय नमः  
ॐ कान्तोपयन्त्रे नमः  
ॐ पूरुषपुङ्गवाय नमः  
ॐ सुगुणाकराय नमः   
ॐ बलिने नमः  
 ॐ भक्तप्रियाय नमः   
ॐ धीमते नमः  
ॐ अवाङ्मनसगोचराय नमः   
ॐ दुर्धर्षणाय नमः   
ॐ देशिकाग्रगण्याय नमः  
ॐ भुवनपावनाय नमः  
ॐ अक्रूराय नमः  
ॐ सर्वसिद्धान्तवेत्रे नमः   
ॐ असुरभयप्रदाय नमः   
ॐ अधिकारिणे नमः  
ॐ सदाचार्याय नमः ॥ १४० ॥
ॐ महते नमः   
ॐ आश्रितवत्सलाय नमः  
ॐ शान्ताय नमः  
ॐ प्रियम्बदाय नमः  
ॐ शत्रुतापनाय नमः  
ॐ पापनाशकृते नमः   
ॐ समृद्धये नमः  
ॐ सच्चिदानन्दाय नमः  
ॐ संसारभयनाशनाय नमः  
ॐ सर्वशक्तिमयाय नमः   
ॐ व्यापिने नमः   
ॐ सुललाटाय नमः   
ॐ सुविक्रमाय नमः   
ॐ उत्तारणाय नमः  
ॐ जितामित्राय नमः   
ॐ जितक्रोधाय नमः  
ॐ जितेन्द्रियाय नमः  
ॐ स्वभावभद्राय नमः   
ॐ विजयिने नमः   
ॐ विश्वक्सेनांशसम्भवाय नमः ॥ १६० ॥
ॐ रहस्यत्रयतत्त्वज्ञाय नमः 
ॐ चतुर्वर्गफलप्रदाय नमः
ॐ शक्तिज्ञानयुताय नमः 
ॐ शान्तिवर्धनाय नमः  
ॐ सर्वतोमुखाय नमः  
ॐ अगाधाय नमः   
ॐ तत्त्वत्रितयाय नमः  
ॐ तत्त्ववेत्रे नमः  
ॐ जनार्दनाय नमः   
ॐ संसारच्छेदकाय नमः            
ॐ मन्दमितभाषिणे नमः   
ॐ महामनसे नमः   
ॐ पुण्योदयाय नमः   
ॐ पराजय्याय नमः  
ॐ महापुरुषाय नमः 
ॐ पुङ्गवाय नमः   
ॐ सत्यवाक्यरताय नमः   
ॐ नित्याय नमः   
ॐ गोविन्दाचार्यपूजिताय नमः  
ॐ श्रुत्यपार्थश्रुतिप्रोद्भूताश्रुसन्तप्तयादवाय नमः ॥ १८० ॥
ॐ कप्यासश्रुतिसाध्वर्थसाधनाविद्धयादवाय नमः  
ॐ सदम्भयादवाज्ञप्तगङ्गायात्राकृतोद्यमाय नमः  
ॐ गोविन्दाचार्यविज्ञप्तयादवेच्छाविधाय नमः   
ॐ बुधाय नमः   
ॐ निवृत्तगङ्गायात्राय नमः   
ॐ श्री काञ्चीयात्रासमुत्सुकाय नमः   
ॐ निषादाकारवरदराजदर्शनलालिताय नमः  
ॐ व्याधरुपेभशैलाधिनाथदर्शितकाञ्चीकाय नमः  
ॐ तृषार्दितमहादेवीयाचिताम्बुसमर्पणाय नमः    
ॐ काञ्चीपूर्णार्यविज्ञापितात्माभिप्रायाय नमः   
ॐ आत्मवते नमः  
ॐ वरदाज्ञासमानीतशालकूपाम्बवे नमः  
ॐ अद्भुताय नमः   
ॐ मन्त्रार्थसर्वदाभ्यस्ताय नमः  
ॐ वेदान्तग्रन्थविस्ताराय नमः   
ॐ देवराजकृपालब्धषड्वाक्यार्थमहोदधये नमः  
 ॐ यामुनाचार्यसच्छिष्यान्वेषिताय नमः   
ॐ शुभलक्षणाय नमः  
 ॐ विष्णुभक्तिसमायुक्ताय नमः  
 ॐ शमादिगुणसागराय नमः ॥ २०० ॥
 ॐ सहस्रगीतिव्याख्यातृयामुनाचार्यचिन्तिताय नमः  
 ॐ सर्ववेदार्थतत्त्वज्ञाय नमः  
 ॐ प्रियवादिने नमः   
ॐ महायशसे नमः  
 ॐ श्रीरङ्गनगरायातयामुनार्यनिरीक्षिताय नमः   
ॐ क्षीराब्धिफेनसङ्कासवस्त्रद्वयविराजिताय नमः   
ॐ सदाचारसमायुक्ताय नमः  
ॐ सज्जनप्रतिपूजकाय नमः  
ॐ सम्पूर्णाङ्गाय नमः  
 ॐ सर्वजीवशरण्याय नमः  
 ॐ सत्यविक्रमाय नमः  
ॐ दीर्घबाहवे नमः  
 ॐ विशालाक्षाय नमः   
ॐ निम्ननाभये नमः   
ॐ तनूदराय नमः  
ॐ कम्बुकण्ठाय नमः  
ॐ स्निग्धकेशाय नमः  
ॐ पूर्णचन्द्रनिभाननाय नमः   
ॐ विशालवक्षसे नमः  
ॐ बिम्बोष्ठाय नमः ॥ २२० ॥
ॐ स्निग्धवर्णाय नमः   
ॐ सुलक्षणाय नमः   
ॐ छिद्रोर्ध्वपुण्ड्रसंयुक्तललाटफलकाय नमः  
 ॐ समाय नमः  
 ॐ सिद्धान्तवर्धनाकाङ्क्षियामुनार्यकटाक्षिताय नमः  
 ॐ स्वाभाविकानवधिकश्लोकार्थानन्दिताय नमः   
ॐ यामुनाचार्यसन्दर्शनोत्सुकाय नमः   
ॐ सुहृदादराय नमः   
ॐ कावेरीसैकतानीतदृष्टयामुनविग्रहाय नमः  
ॐ प्रतिज्ञात्रितयाधानयामुनाङ्गु लिमोचकाय नमः   
ॐ यामुनाचार्यसाङ्गत्याभावसन्तप्तमानसाय नमः 
ॐ अदृष्टरङ्गनगराय नमः  
ॐ काञ्चीपुरसमागताय नमः   
ॐ भोजनार्थसमाहूतकाञ्चीपूर्णाय नमः  
ॐ कलानिधये नमः   
ॐ काञ्चीपूर्णार्यभुक्तान्तनशेषालाभप्रलुब्धधिये नमः  
ॐ अज्ञातात्मीयहृदयस्वीयपत्नीपराङ्मुखाय नमः   
ॐ अघहारिणे नमः   
ॐ कलिध्वंसिने नमः  
ॐ ब्रह्मराक्षसमोचकाय नमः ॥ २४० ॥
ॐ पञ्चसंस्कारलाभार्थकाञ्ची पूर्णसमाश्रयाय नमः  
ॐ वरदाज्ञाप्रकारज्ञकाञ्चीपूर्णप्रबोधिताय नमः  
ॐ पूर्णायश्रयणासक्ताय नमः  
ॐ श्रीरङ्गगमनोद्यताय नमः   
ॐ मधुरान्तकसन्दृष्टपूर्णाचार्याय नमः   
ॐ प्रहृष्टधिये नमः  
ॐ पूर्णार्यकरुणालब्धपञ्चसंस्कारसंस्कृताय नमः   
ॐ स्वीयदेवीदोषमिषत्प्राप्ततुर्याश्रमाय नमः  
 ॐ प्रभवे नमः  
 ॐ देवराजकपालब्धसंन्यासविधये नमः   
 ॐ आत्मविदे नमः   
 ॐ शिखायज्ञोपवीताढ्याय नमः  
 ॐ शरणत्राणतत्पराय नमः  
 ॐ ब्रह्मण्याय नमः  
 ॐ ब्रह्मणे नमः   
ॐ काषायचेलधारिणे नमः  
ॐ तपोधनाय नमः   
ॐ कमण्डलूज्ज्वलकराय नमः  
ॐ यतिराजाय नमः  
ॐ सनातनाय नमः ॥ २६० ॥
ॐ हारीतवंश्याय नमः  
 ॐ भ्राजिष्णवे नमः  
 ॐ धर्माध्यक्षाय नमः   
 ॐ महाबलाय नमः   
 ॐ महोद्यमाय नमः   
 ॐ शिष्यभूतयादवाय नमः  
 ॐ यादवाज्ञानभञ्जकाय नमः .  
ॐ समर्थाय नमः   
ॐ यादवाचार्यदत्तसंस्कारपञ्चकाय नमः  
 ॐ भूमीप्रदक्षिणफलप्रदाय नमः  
 ॐ संसारतारकाय नमः  
ॐ सम्प्राप्तक्रमसंन्यासयादवाचार्यसेविताय नमः 
 ॐ यादवार्पितगोविन्ददासाख्याय नमः  
 ॐ श्लाध्यवैभवाय नमः   
 ॐ स्वाज्ञाप्तयादवकृतयातिधर्मसमुच्चयाय नमः  
 ॐ विमलाय नमः   
 ॐ कुशलाय नमः  
 ॐ साधुशीलाय नमः  
 ॐ यादवमोक्षदाय नमः ॥ २८० ॥
ॐ आचार्यवर्याय नमः  
 ॐ परमहंसाय नमः   
ॐ काञ्चीपुरस्थिताय नमः   
ॐ कल्याणगुणसम्पूर्णाय नमः  
 ॐ दुर्जयाय नमः   
ॐ योगिनांपतये नमः  
 ॐ सहस्रशीर्षाय नमः   
ॐ सन्यासिने नमः   
ॐ सर्वलोकसुखावहाय नमः  
 ॐ मुक्तिरताय नमः   
ॐ महायोगिने नमः  
 ॐ सुशीलाय नमः  
 ॐ प्रीतिवर्धनाय नमः   
ॐ परमार्थगुरवे नमः  
 ॐ जैत्राय नमः   
ॐ तपस्विने नमः   
ॐ सुलभाय नमः  
 ॐ सुखिने नमः 
 ॐ श्रीरङ्गनाथानुज्ञातवररङ्गार्यवीक्षिताय नमः   
ॐ गानतोषितदेवेशवररङ्गार्यसत्कृताय नमः  
 ॐ गीतप्रीतेभशैलेशप्रेषिताय नमः ॥ ३०० ॥
ॐ रङ्गधामगाय नमः  
 ॐ रङ्गराजकृपालब्धविभूतिद्वयवैभवाय नमः  
 ॐ प्राप्तश्रीरङ्गसाम्राज्याय नमः   
ॐ सदाकैङ्कर्यलोलुपाय नम: 
 ॐ पाषण्डमतसंसक्तगोविन्दाकर्षणोत्सकाय नमः  
 ॐ श्रीशैलपूर्णसान्निध्यसम्प्रेषिताय नमः   
ॐ धरासुराय नमः   
ॐ पूर्णलब्धद्वयार्थाय नमः  
 ॐ श्रीपाञ्चरात्रागमादराय नमः  
 ॐ न्यायतत्त्वविदे नमः  
ॐ अव्यग्राय नमः   
ॐ सिद्धित्रयविवेचकाय नमः  
 ॐ गीतार्थसङ्ग्रहज्ञात्रे नमः   
ॐ ज्ञातपुरुषनिर्णयाय नमः   
ॐ व्याससूत्रार्थतत्त्वज्ञाय नमः  
 ॐ गोष्ठीनगरसंश्रिताय नमः   
ॐ गोष्ठीपूर्णकृपालब्धमन्त्रार्थाय नमः   
ॐ परमार्थविदे नमः  
ॐ समस्तलोकोपदिष्टमन्त्ररत्नाय नमः  
ॐ सुहृत्प्रियाय नमः ॥ ३२० ॥
 ॐ कृतमासोपवासश्रीकूरेशचरमार्थदाय नमः  
 ॐ मदत्रयोन्मुक्तदाशरथ्यार्यचरमार्थदाय नमः  
 ॐ वररङ्गार्यसम्प्राप्तशठजिद्ग्रन्थशेवधये नमः   
ॐ गोविन्दमुख्यशिष्योपदिष्टद्राविडवाङ्मयाय नमः   
ॐ सहस्रगीतिव्याख्यामालाधराप्ताय नमः  
 ॐ यामुनोक्तार्थकथनतुष्टमालाधरस्तुताय नमः  
 ॐ वररङ्गार्यसम्प्राप्तपञ्चमोपायवैभवाय नमः   
ॐ वररङ्गार्यनिर्दिष्टतत्सोदरसमाश्रिताय नमः   
ॐ नित्यग्रन्थसमादिष्टमाधवाराधनक्रमाय नमः  
 ॐ गद्यत्रयकराय नमः   
ॐ सूरिणे नमः  
 ॐ कुलक्षेमाय नमः   
ॐ कृतक्षमाय नमः 
 ॐ कृतरङ्गेशकैकर्यशासनाय नमः  
 ॐ पापमोचनाय नमः   
ॐ अर्चकेरितसन्दत्तविषान्नाय नमः  
 ॐ पन्नगेश्वराय नमः   
ॐ श्रीवैष्णवबधूदत्तससंज्ञाविषभोजनाय नमः   
ॐ त्यक्तजलान्नविज्ञातपूर्णार्याश्वसिताय नमः ॥ ३४० ॥
ॐ सुखाय नमः  
 ॐ सन्तप्तसैकतपतप्रणतार्तिहरादराय नमः  
 ॐ प्रणतार्तिहराचार्यदत्तभिक्षैकभोजनाय नमः  
 ॐ क्रूरात्मार्चकसन्दत्तविषतीर्थाशनाय नमः   
ॐ अमृताय नमः  
 ॐ प्रपीतविषतीर्थाम्भः प्रकटीकृतवैभवाय नमः  
 ॐ यज्ञमूर्तिकृताद्वैतशास्त्रवादसुविस्मिताय नमः 
ॐ देवराजकृपालब्धयज्ञमूर्तिजयोद्यमाय नमः 
ॐ यज्ञमूर्तिप्रतिष्ठात्रे नमः  
 ॐ महोत्साहाय नमः  
ॐ शुभेक्षणाय नमः 
 ॐ यज्ञमूर्तिवितीर्णात्मनाम्ने नमः  
 ॐ प्रांशुप्रकाशनाय नमः  
 ॐ ज्ञानप्रमेयसाराख्यग्रन्थकृते नमः 
 ॐ यज्ञनन्दिताय नमः  
 ॐ देवराजार्चनादिष्टदेवराजमुनिप्रियाय नमः   
ॐ वैखानसार्चकस्तोमतूलझञ्झासमीरणाय नमः   
ॐ पाञ्चरात्रागमाधीनरङ्गेशार्चादराय नमः  
 ॐ अजिताय नमः  
 ॐ श्रीवेङ्कटाचलस्थानपुष्पारामार्थिमानसाय नमः ॥ ३६० ॥
ॐ स्वाज्ञापितानन्तसूरिस्थापितारामतोषिताय नमः   
ॐ श्रीवेङ्कटेशपादाब्जसेवार्थवर्धितोत्तमाय नमः   
ॐ श्रीरङ्गनाथानुमतकृतयात्राय नमः  
 ॐ कृतार्थदाय नमः  
 ॐ पाथेयीकृतगोविन्दनाम्ने नमः  
 ॐ कामादिवर्जिताय नमः  
 ॐ श्रीदेहलीपुरीधामत्रिविक्रमपदानताय नमः  
ॐ शुद्धाय नमः  
 ॐ शैवसमाक्रान्तचित्रकूटावनोन्मुखाय नमः   
ॐ नित्याय नमः ॥ ३७० ॥
 ॐ नेत्रे नमः   
ॐ अष्टसाहस्रग्रामयातायाताशयाय नमः  
 ॐ यज्ञेशज्ञापनप्रेषितान्तेवासिने नमः   
ॐ वशिने नमः   
ॐ रसिने नमः  
 ॐ शिष्यापूजकयज्ञेशविमुखाय नमः  
 ॐ प्रमुखाय नमः   
ॐ सख्ये नमः  
 ॐ कार्पासारामवरदधामयात्रेनमः  
 ॐ हताधमाय नमः ॥ ३८० ॥
 ॐ अक्षय्यपात्रकृते नमः  
 ॐ दीनवरदार्यातिवत्सलाय नमः  
 ॐ अवस्त्रवरदाचार्यभार्याहस्तनिनादविदे नमः  
 ॐ भावज्ञाय नमः   
ॐ वरदाचार्यभार्यादत्तशिरोम्ब राय नमः  
 ॐ वरदाचार्यभार्याभिवन्दिताय नमः 
 ॐ सूरिनन्दिताय नमः   
ॐ वरदार्यप्रियानीतपदार्थचयविस्मिताय नमः  
 ॐ कार्पासारामवरदनिवासकृतभोजनाय नमः  
 ॐ स्वदेहदानसन्तुष्टवरदाय नमः  
 ॐ वरदाय नमः   
ॐ अगजाय नमः  
 ॐ सत्कार्याय नमः   
ॐ वरदाचार्यभार्याशेषप्रदाय नमः   
ॐ शुभाय नमः  
 ॐ वरदार्यकृपापात्रवैश्यचक्राङ्कनप्रदाय नमः   
ॐ पञ्चसंस्कारसम्पूतवैश्यश्रीवैष्णवत्वदाय नमः  
 ॐ वैष्णवायितवैश्यार्पिताखिलार्थपरिग्रहाय नमः   
ॐ भीतप्रणतयज्ञेशप्रार्थिताय नमः  
ॐ नास्तिवारतये नमः ॥ ४०० ॥
ॐ तदीयोपेक्षियज्ञेशानादराय नमः   
ॐ साधुसादराय नमः   
ॐ आर्तयज्ञेशोपदिष्टप्रपन्नजनलक्षणाय नमः 
ॐ श्री शैलयाम्यभागस्थदिव्यकापिलतीर्थगाय नमः   
ॐ दिव्यकापिलतीर्थस्थशठकोपादिसेवकाय नमः   
ॐ दिव्यसूरिसरोनीरकृतस्नानाय नमः   
ॐ स्थिरासनाय नमः   
ॐ श्रीमदाष्टाक्षरीमन्त्रजपप्रपन्नादराय नमः  
 ॐ श्री शैलदर्शनात्यन्तविस्मिताय नमः  
 ॐ सस्मिताय नमः  
 ॐ श्रिताय नमः  
 ॐ विश्रुताय नमः  
 ॐ प्रश्रिताय नमः  
 ॐ सत्यव्रताय नमः  
 ॐ सात्विकसङ्गताय नमः  
 ॐ राज्ञे नमः  
 ॐ विट्ठलदेवाधिराजाश्रितपदाम्बुजाय नमः  
ॐ सम्प्राप्तविठ्ठलाधीशपञ्चसंस्कारदाय नमः  
ॐ अदराय नमः  
 ॐ पूर्णाय नमः ॥ ४२० ॥
ॐ विट्ठलदेवेशसमर्पितमहधनाय नमः  
ॐ तुण्डीरमण्डलमिलन्मण्डियाख्याग्रहारकृते नमः   
ॐ त्रिंशत्क्षेत्रलसन्मण्डियार्पणानन्दिताश्रिताय नमः  
 ॐ भावज्ञाय नमः  
 ॐ अनन्तमुख्यार्यप्रार्थिताय नमः  
ॐ पार्थिवार्चिताय नमः   
ॐ श्रीशेषभोगिभावश्रीशेषाय रोहणारुचये नमः  
 ॐ मङ्गलाशासनार्थायाहूताय नमः  
 ॐ पृथ्वीसुराश्रिताय नमः  
 ॐ पूर्वार्यसदनुष्ठानमार्गसञ्चारतत्पराय नमः   
ॐ सद्भक्तिकृतशेषाद्रिमङ्गलाशासनाय नमः  
 ॐ वराय नमः   
ॐ नगानारोहणप्रणत्यागाय नमः  
 ॐ आश्रितवत्सलाय नमः   
ॐ श्री शीलारोहणकृतनिश्चयाय नमः  
 ॐ श्रितसद्गतये नमः  
 ॐ नगानारोहणारोहणान्दोलितहृदन्तराय नमः  
 ॐ कतप्रथमसोपानवन्दनाय नमः 
 ॐ श्रितनन्दनाय नमः  
 ॐ वैष्णवप्रेरणाकृतशेषशैलाधिरोहणाय नमः ॥ ४४० ॥
 ॐ श्रीशैलपूर्णदत्तश्रीनाथतीर्थप्रसादभाजे नमः   
ॐ एकान्तिदर्शितपथाय नमः   
ॐ वायुगोपुरदर्शनाय नम: 
 ॐ रामानुजमहारामदर्शनात्यन्तविस्मिताय नमः  
 ॐ स्वामिपुष्करिणीस्नात्रे नमः  
 ॐ वराहार्चनतत्पराय नमः  
 ॐ कुलशेखरसोपानबलिपीठकृतानतये नमः  
 ॐ कृतश्रीयामनार्याख्यपुष्पमण्डपसेवनाय नमः  
 ॐ अखण्डभक्तिप्रणतयागशालामहानसाय नमः  
ॐ अमन्दानन्दविहितमणिमण्डपवन्दनाय नमः  
 ॐ श्रीविष्वक्सेनमुख्यश्रीदिव्यसूरिकृताञ्जलये नमः   
ॐ आनन्दनिलयोद्यानधामसेवाभिनन्दिताय नमः   
ॐ आनन्दवाष्पनयनाय नमः  
 ॐ श्रीनिवासपदानताय नमः   
ॐ श्रीमालाशठकोपादिग्रहित्रे नमः  
ॐ आहितमङ्गलाय नमः  
 ॐ श्रीशैलकृतवैकुण्ठबुद्धये नमः  
 ॐ बुद्धिमते नमः   
ॐ अग्रण्ये नमः ॥ ४६० ॥
 ॐ श्रीश्रीनिवासस्नानाभिसेवनस्थिरपालनाय नमः  
 ॐ श्रीशैलपशुवृक्षादिनित्यसूर्यभिमानवते नमः  
 ॐ श्रीशैलदेशिकाज्ञाप्तशेषादित्रिदिनस्थितये नमः  
 ॐ निराहाराय नमः  
 ॐ श्रीनिवासदत्ततीर्थप्रसादभुजे नमः   
ॐ श्रीवेङ्कटेशदत्तश्रीविभूतिद्वयवैभवाय नमः  
 ॐ श्रीशैलपूर्णसम्प्राप्तश्रीरामायणतत्त्वधिये नमः  
 ॐ गुरुभक्तिकृपामुख्यगोविन्दगणतोषिताय नमः  
 ॐ श्रीशैलदेशिकप्राप्तगोविन्दार्यप्रतिग्रहाय नमः  
 ॐ कृतश्रीघटिकाद्रीशनारसिंहाभिवन्दनाय नमः  
 ॐ नतगृध्रसरस्तीरराजद्विजयराघवाय नमः  
ॐ गुणानन्दितगोविन्दाय नमः  
ॐ पूर्णसार्वज्ञाविस्मिताय नमः   
ॐ अङ्गीकृताष्टसाहस्रयज्ञेशकृतपूजनाय नमः  
 ॐ गोविन्दाचार्यवैराग्यगुरुप्रेमातिविस्मिताय नमः  
 ॐ त्रिदण्डीकृतगोविन्दाय नमः  
 ॐ स्वनामार्धप्रदायकाय नमः   
ॐ श्रीभाष्यग्रन्थनिर्माणसहायीकृतकूरराजे नमः   
ॐ शारदापीठसम्प्राप्तश्रीबोधायनवृत्तिकाय नमः
 ॐ कूरेशज्ञानवैचित्त्यपारतन्त्र्यादितोषिताय नमः ॥ ४८० ॥
 ॐ तत्त्वमस्यादिवाक्यार्थतत्त्वनिर्णयकारकाय नमः   
ॐ निरस्तयादवप्रोक्तज्ञानकर्मसमुच्चयाय नमः  
 ॐ ज्ञानोपासनशब्दाभिधेयभक्त्यैकसाधनाय नमः  
 ॐ चिदचिद्रूपतासाधिताद्वैतश्रुतिसन्ततये नमः  
 ॐ स्वरुपविमलीभूतभेदश्रुतिसमर्थनाय नमः   
ॐ घटकश्रुतिसापेक्षद्वैताद्वैतसमन्वयाय नमः 
 ॐ भास्करप्रोक्तदुष्टार्थध्वान्तविध्वंसभाष्कराय नमः   
ॐ शङ्करार्यमतातङ्कनिर्मूलनविचक्षणाय नमः  
 ॐ सौरसिद्धान्तविच्छेदिने नमः  
 ॐ गाणपत्यमतान्तकाय नमः   
ॐ कपिलागमरद्धान्तकान्तार दवपावकाय नमः  
 ॐ जैनेभसिंहाय नमः  
 ॐ चार्वाकमर्दिने नमः  
 ॐ योगविमर्दनाय नमः  
 ॐ ध्वस्तवैशेषिकमताय नमः  
 ॐ न्यायसिद्धान्तदूषकाय नमः  
 ॐ हतमाध्यमिकाय नमः  
 ॐ धूतयोगाचाराय नमः  
 ॐ वृषाकृतये नमः ॥ ५०० ॥
ॐ वैभाषिकमतच्छेदिने नमः   
ॐ सौत्रान्तिकनयापहाय नमः   
ॐ विध्वस्तशैवराद्धान्ताय नमः  
 ॐ कापालिकविफालकाय नमः  
 ॐ शाक्तेयवाधकाय नमः   
ॐ पाञ्चरात्रप्रामाण्यसाधकाय नमः  
 ॐ श्रीभाष्यग्रन्थनिर्माणसर्वलोकोपकारकाय नमः  
 ॐ वेदान्तदीपनिर्मात्रे नमः  
 ॐ वेदान्तसारकृते नमः  
 ॐ भगवद्गीताभाष्योपकारकाय नमः  
 ॐ दिग्विजयोल्लासजाताय नमः  
 ॐ श्रीरङ्गेशप्रचोदिताय नमः  
ॐ ख्याताय नमः  
 ॐ द्वादशसाहस्रैकान्तियुक्ताय नमः 
 ॐ परन्तपाय नमः   
ॐ चतुस्सप्ततिपीठस्थासंवृताय नमः   
ॐ देशिकोत्तमाय नमः  
 ॐ त्रिदण्डभृते नमः   
ॐ सप्तशतिमण्डितपाण्डितोत्तमाय नमः  
ॐ अनन्तवैष्णववृताय नमः   
ॐ ब्रह्मविदे नमः ॥ ५२० ॥
ॐ नैककर्मकृते नमः  
 ॐ दृष्टश्वेताद्रिपद्माक्षाय नमः  
 ॐ नतश्रीनिचुलापुराय नमः  
 ॐ श्रीरामनगरापूपरङ्गनायकसेवकाय नमः   
ॐ तञ्जापुरीनारसिंहनीलमेघोज्वलार्चकाय नमः  
 ॐ श्रीमद्भूतपुरीरामसेवाहर्षसमन्विताय नमः 
 ॐ कुम्भकोणवसच्छार्ङ्गपाणिसन्दर्शनोत्सुकाय नमः   
ॐ स्तुतनन्दिपुरस्वामिने नमः   
ॐ सङ्गमग्रामसङ्गताय नमः   
ॐ कृष्णारण्यस्थदेवाधिराजपूजनलोलुपाय नमः  
 ॐ बालव्याधपुरीशेषशायिसन्दर्शनादराय नमः  
 ॐ श्रीसारनाथसेविने नमः  
 ॐ श्रीमुष्णवाराहसेवनाय नमः   
ॐ अरुणवनक्षेत्रव्योमज्योतिमहाद्युतिनताय नमः  
 ॐ पापनाशाभिधक्षेत्रपापनाशाभिनन्दनाय नमः   
ॐ दृष्टश्रीखण्डग्रामहरपापविमोचनाय नमः  
 ॐ अभ्रपुरस्थायिवेङ्कटेशपदाम्बुजसेवकाय नमः  
 ॐ कृष्णपुरीशौरिराजनताय नमः  
 ॐ कण्वपुराश्रिताय नमः  
 ॐ श्रितनागपुरश्रीशाय नमः  
 ॐ नतश्रीगृहपूर्णकाय नमः ॥ ५४० ॥
ॐ सुगन्धविपिनक्षेत्रफणिराजशयार्चकाय नमः   
ॐ श्रीचित्रकूटगोविन्दराजदर्शनलालसाय नमः  
ॐ त्रिविक्रमपुरावासत्रिविक्रमपदानताय नमः   
ॐ परिरम्भपुरीरम्यवरदर्शनतोषिताय नमः   
ॐ वीक्षाटवीकीगृहस्थवीरराघवसेवकाय नमः   
ॐ काञ्चीनगरसम्प्राप्ताय नमः  
 ॐ कृताष्टभुजवन्दनाय नमः  
ॐ परमेशपुरस्थानवैकुण्ठेश्वरवन्दिताय नमः  
 ॐ शैलमूलनृसिंहार्चाय नमः   
ॐ कमलेक्षणवीक्षकाय नमः  
 ॐ कामासिकानृसिंहार्चाय नमः  
ॐ त्रैविक्रमार्चनकृताय नमः  
 ॐ यथोक्तकारीसंसेविने नमः   
ॐ स्तुतपाण्डवदूतकाय नमः  
 ॐ एकाम्रेशालयज्योत्स्नाचन्द्रखण्डेश्वरार्चकाय नमः  
 ॐ कामाक्षीनिलयावासचोरकृष्णपदानताय नमः   
ॐ उरगगृहपञ्चदुरगालयनायकस्तुताय नमः  
 ॐ मेघालयाधिपप्रार्थिने नमः  
 ॐ नततोयगृहाधिपाय नमः ॥ ५६० ॥
ॐ ग्रामगृहाधीशसेव्याय नमः  
 ॐ बहुवैष्णवपूजिताय नमः   
ॐ दृष्टकैरविणीतीरनिवसत्पार्थसारथये नमः   
ॐ नृसिंहसेवानिरताय नमः   
ॐ रङ्गनायकसेवकाय नमः  
ॐ गजेन्द्रवरदप्रार्थिने नमः   
ॐ राघवार्चनतत्पराय नमः   
ॐ तोयाद्रिरङ्गेशनताय नमः  
 ॐ स्तुताहीन्द्रपुरीहरये नमः   
ॐ महाबलिपुरीभूमिशायिकेशवपूजकाय नमः   
ॐ गोपपट्टणवास्तव्यत्रिविक्रमपदानताय नमः  
 ॐ सम्प्राप्तनागनगराय नमः  
 ॐ नन्दाभीरप्रसेवकाय नमः  
 ॐ घटप्रणतस्तोत्रे नमः  
ॐ महाकारुण्यपूजकाय नमः   
ॐ रक्ताम्बरहरिस्तोत्रे नमः   
ॐ श्रीनारायणपूजकाय नमः  
 ॐ पुरुषोत्तमसंसेविने नमः   
ॐ रत्नकुटाधिपार्चकाय नम: 
 ॐ वैकुण्ठेशपदानम्राय नमः ॥ ५८० ॥
ॐ नमज्जनकृतादराय नमः   
ॐ कमलानाथसेवार्थिने नमः  
ॐ माधवाचनलालसाय नमः  
ॐ गोपीपतिहरिस्तोत्रे नमः  
ॐ स्नातैकादशतीर्थकाय नमः   
ॐ शुक्रपुरीरामदृष्टाय नमः  
ॐ सम्प्राप्ताकाशपत्तनाय नमः   
ॐ सदृशाभावताताख्यभगवत्पूजनोत्सुकाय नमः  
 ॐ रथपातस्थलाधीशदेवराजसमर्चकाय नमः  
 ॐ श्रीकृष्णमङ्गलक्षेत्रभक्तवत्सलसेवकाय नमः   
ॐ श्रीनिवासपुरीशास्मन्मातृनाथपदानताय नमः  
 ॐ कृष्णकुटीवासाश्रिताय नमः  
 ॐ दामोदरपदार्चनाय नमः   
 ॐ शिरशङ्खपुराधीशस्तोत्रे नमः   
ॐ इन्दुनगरीशभाजे नमः  
ॐ कपिस्थलगजार्तिघ्नसेव्याय नमः  
ॐ आदित्यपुरीशभाजे नमः   
ॐ कदम्बनगराधीशसेवालालसमानसाय नमः   
ॐ पाण्ड्यमण्डलसम्प्राप्ताय नमः   
ॐ शीतोद्यानाधिपार्चकाय नमः ॥ ५०० ॥
 ॐ नतमोहनराजाङ्घ्रये नमः   
ॐ श्रितसत्यमहीधराय नमः  
ॐ गोष्ठीपुरीगोष्ठपतिसौम्यनारायणार्चकाय नमः   
ॐ वानाद्रिसुन्दरबाहुस्वामीदर्शनलालसाय नमः   
ॐ मधुरापुरासंवासिश्रीवल्लभपदार्चकाय नमः  
 ॐधन्विनव्यपुराधीशवटपत्रशयार्चकाय नमः   
ॐ श्रीभट्टनाथसंसेविने नमः  
 ॐ गोदादर्शननन्दिताय नमः   
ॐ फुल्लारण्यगताय नमः  
 ॐ दर्भशैयाराघवसेवकाय नमः  
 ॐ निस्तौल्यमङ्गलपुरीदेवदेवसमर्चकाय नमः  
 ॐ पद्मलोचनसेवार्थिने नमः   
ॐ श्रीवरमङ्गलाश्रिताय नमः  
 ॐ श्रीदक्षिणपुरीवासमकरायतसेवकाय नमः   
ॐ तिन्त्रिणीमन्दिरस्थायिभुजङ्गशयनार्चकाय नमः  
ॐ विजयासनसंसेविने नमः   
ॐ श्रीवैकुण्ठपदार्चकाय नमः   
ॐ निक्षेपवित्तलाभाढ्याय नमः  
 ॐ मायानटसमर्चकाय नमः  
 ॐ ताम्रपर्णीनदीस्नात्रे नमः ॥ ६२० ॥
 ॐ कुरुकानगरीश्रिताय नमः 
 ॐ आदिनाथपदाम्भोजपूजालालसमानसाय नमः 
ॐ तिन्त्रिणीवृक्षसंसेविने नमः 
 ॐ श्रीपराङ्कुशसेवकाय नम: 
 ॐ शठारिविषयश्लोकनिर्मात्रे नमः 
 ॐ निर्मलाशयाय नमः 
ॐ वानाद्रिदेवनाथश्रीपादार्चनकृतादराय नमः
ॐ कुरङ्गनगरीप्राप्ताय नमः
ॐ पूर्णसंलापलालिताय नमः 
ॐ अधस्स्थीकृतगोविन्दाय नमः 
ॐ परमोच्चासनास्थिताय नम: 
 ॐ करङ्गनगरीपूर्णमन्त्ररत्नोपदेशकाय नमः
 ॐ कुरङ्गनगरीपूर्णदत्तदास्यभिधाय नम: 
ॐ अक्षराय नमः 
ॐ देवाधिदेवकरुणाप्राप्तब्रह्मरथोत्सवाय नम: 
ॐ कुरङ्गपुरविन्यस्तमठस्थापितयोगिराजे नमः 
ॐ अनन्तशयनक्षेत्रगन्त्रे नम: 
ॐ ब्रह्मविदे नमः 
ॐ उत्तमाय नमः 
ॐ कृतश्रीपद्मनाभाङ्गद्वारत्रयनिषेवणाय नम: ६४०
ॐ कृतरामानुजमठाय नमः  
 ॐ प्रतिवादिभयङ्कराय नमः   
ॐ शितार्चचारनगरश्रीवक्षस्सेवनादराय नमः  
 ॐ श्रीमन्नीरदसेतुस्थताताख्यहरिपूजकाय नमः  
 ॐ श्रीनौकापुरसंवासिनारायणपरायणाय नमः  
 ॐ श्रीसूक्तिकरणक्षेत्रदेवदेवसमर्चकाय नमः   
ॐ रक्तनेत्रस्थलस्थायिदेवतातसमर्चकाय नमः   
ॐ दीर्घशार्दूलनगरमायाविष्णुकृतादराय नमः   
ॐ श्रीवल्लवेदिनगरालङ्कारहरिपूजकाय नमः  
ॐ श्रितभृङ्गपुरीपद्मनाथपादाब्जसेवकाय नमः  
 ॐ समुद्रनिम्नगावासिकेशवार्चनलोलुपाय नमः  
 ॐ विद्वद्गोष्ठीपुरप्राञ्चदभयप्रदपूजकाय नमः   
ॐ कटिस्थानपुरस्थायिनारायणपदार्चकाय नमः  
 ॐ वाराशिवलसुक्षेत्रशेषाशनगणसेव्याय नमः  
ॐ जनार्दनक्षेत्रसेविने नमः  
 ॐ केरलस्थकुदृष्टिजिते नमः   
ॐ द्वारकानाथसेविने नमः  
 ॐ मथुरानाथपूजकाय नमः   
ॐ सालग्रामक्षेत्रवासिने नमः  
 ॐ साकेतनगराश्रिताय नमः   
ॐ सन्दृष्टनैमिषारण्याय नमः  
 ॐ कृतपुष्करगाहनाय नमः  
 ॐ वदर्याश्रमसंवासिनारायणपदार्चकाय नमः  
 ॐ सम्प्राप्तपरिधिक्षेत्रपरिधिनाथकार्चकाय नमः   
ॐ वृन्दावनस्थगोपालसेवासन्तोषिताशयाय नमः  
 ॐ कृतनन्दव्रजानन्दाय नमः  
 ॐ नन्दनन्दनवन्दनाय नमः  
 ॐ श्रीभूसमेतश्रीमुक्तिनारायणसुपूजकाय नमः   
ॐ शालग्राममहाक्षेत्रमङ्गलाशासनादराय नमः 
 ॐ भट्टमण्डपसन्दर्शिने नमः  
ॐ भट्टप्रभाकरादिजिते नमः  
 ॐ शारदापीठसम्प्राप्ताय नमः 
 ॐ शारदानन्दवर्धनाय नमः   
ॐ कप्यासश्रुतिनिर्बोढ्रे नमः  
 ॐ शारदाशोकनाशनाय नमः  
 ॐ भाषादत्तहयग्रीवाय नमः  
 ॐ मायावादिमतान्तकाय नमः  
 ॐ सरस्वतीस्वयंदत्तभाष्यकारसमाह्वयाय नमः  
 ॐ वाणीशिरोधृतात्मीयश्रीभाष्याय नमः ६८० 
 ॐ सिंहविक्रमाय नमः   
ॐ शारदापीठराजेन्द्रपञ्चसंस्कारदायकाय नमः   
ॐ दृष्टवाराणसीक्षेत्राय नमः   
ॐ कृतगङ्गावगाहनाय नमः  
 ॐ नतश्रीभोगिदायनाय नमः   
ॐ काशीपण्डितखण्डनाय नमः 
 ॐ नीलाचलक्षेत्रगताय नमः  
 ॐ पुरुषोत्तमदर्शकाय नमः  
ॐ नीलाचलस्थापितात्ममठाय नमः 
 ॐ शठविलुण्ठनाय नमः  
 ॐ श्रीजगन्नाथसङ्कल्पमोहितात्मविनिश्चयाय नमः  
 ॐ भगवद्योगमायाप्तश्रीकूर्मक्षेत्रसंस्थितये नमः  
 ॐ स्वप्नप्रसन्नकूर्मेशज्ञाततत्त्वपरार्थविदे नमः  
 ॐ पाषण्डवादनिर्जिताय नमः   
ॐ निष्कासनशिवार्चकाय नमः  
ॐ कूर्मनाथप्रतिष्ठात्रे नमः   
ॐ शैवानांवैष्णवत्वदाय नमः   
ॐ पाञ्चरात्रार्थनिर्णीताय नमः   
ॐ श्वेतमृत्स्नप्रकाशकाय नमः   
ॐ सिंहाद्रिगाय नमः   
ॐ श्रीवराहनरसिंहपदार्चकाय नमः  
ॐ कृतश्रीभाष्यपठनाय नमः   
ॐ श्रीवैष्णवसमाश्रिताय नमः  
 ॐ कृष्णार्यखर्वदुर्वारगर्वनिर्वापणस्थिराय नमः    
ॐ अहोविलक्षेत्रसेविने नमः  
ॐ प्राप्तश्रीगरुडाचलाय नमः  
 ॐ शैवसात्कृतशेषाद्रिदर्शनाकूलमानसाय नमः   
ॐ वादखण्डितपाषण्डाय नमः  
 ॐ स्ववशीकृतशेषाद्रये नमः  
 ॐ श्रीवेङ्कटाचलाधीशशङ्खचक्रप्रदायकाय नमः   
ॐ श्रीवेङ्कटेशश्वसुराय नमः   
ॐ स्वर्णलक्ष्मीसमर्पकाय नमः   
ॐ स्थलावनार्थविन्यस्तसंन्यासिद्वयविज्वराय नमः   
ॐ देवराजसमालोककृतार्थाय नमः  
ॐ स्वस्तिदक्षिणाय नमः  
 ॐ मधुरान्तकसंदर्शिने नमः  
ॐ वीरनारायणाश्रिताय नमः  
 ॐ सन्दृष्टनाथयोगीन्द्रयोगाभ्यासवसुन्धराय नमः।   ॥ ७२० ॥
ॐ प्रदक्षिणीकृतधराय नमः  
 ॐ श्रीरङ्गस्थिरवासकृते नमः  
 ॐ उञ्छजीवनाय नमः   
ॐ कूरेशसहवासप्रतोषिताय नमः  
 ॐ पराशरव्यासनामादृतकूरेशनन्दनाय नमः  
 ॐ गोविन्दशीक्षिताय नमः   
ॐ व्यासपराशरकृतादराय नमः   
ॐ दत्तश्रीरामनामाढ्यव्यासभट्टारकाश्रिताय नमः   
ॐ पराङ्कुशाभिधाहुतबालगोविन्दनन्दनाय नमः   
ॐ धनुर्दाशसीयकामान्धहारिणे नमः 
 ॐ निर्हेतुकेक्षणाय नमः   
ॐ पदाश्रितधनुर्दासपञ्चसंस्कारदाय नमः  
 ॐ सुहृदे नमः  
 ॐ रङ्गेशकिङ्करभूतधन्विदाससमुत्सुकाय नमः    
ॐ दासीभूतसुवर्णाम्बज्ञानवैराग्यवर्धनाय नमः 
 ॐ धनुर्दाससुवर्णाम्बगुणाधिक्यप्रकाशकाय नमः   
ॐ शौरिलीलाकलादृष्टक्रिमिकण्ठभयार्दिताय नमः  
 ॐ त्यक्तत्रिदण्डकाषायचेलाय नमः   
ॐ कुरेशवस्त्रधृते नमः   
ॐ पश्चिमारण्यसञ्चारिणे नमः  
ॐ मितश्रीवैष्णवान्विताय नमः  
 ॐ षड्रात्रवर्जिताहाराय नमः   
ॐ वातवर्षादिपीडिताय नमः   
ॐ समीचीनार्यसच्छिष्यसत्कृताय नमः . 
 ॐ पूतभिल्लकाय नमः   
ॐ समीचीनार्यसन्देशफलश्लाघिततद्गुणाय नमः   
ॐ स्वपदाब्जरजः पूतकिरातकनिकेतनाय नमः  
 ॐ चेलाञ्चलाम्बपुरुषकारस्वीकृततत्पतये नमः   
ॐ देवराजात्तकाषायवस्त्रदण्डकमण्डलवे नमः  
ॐ बह्निपुष्करिणीतीर्थकृतत्रिदिनसंस्थितये नमः   
ॐ मिथिलानगरीकिञ्चिन्नीतकालाय नमः   
ॐ प्रजागराय नमः   
ॐ सालग्रामगताशेषब्राह्मणाज्ञानविस्मिताय नमः  
 ॐ वाधूलगुरुपादाम्बुपाविताखिलभूसुराय नमः  
 ॐ अङ्गीकृतान्ध्रपूर्णार्याय नमः  
 ॐ पादच्छायाप्रसादकाय नमः  
 ॐ सम्प्राप्तनृहरिक्षेत्राय नमः  
 ॐ नारसिंहार्चनादराय नमः   
ॐ क्रिमिकण्ठबधार्थाहिताभिचाराय नमः  
 ॐ पुरातनाय नमः
ॐ भक्तग्रामगताय नमः ॥ ७६०॥
ॐ भक्तग्रामपूर्णसमर्चिताय नमः   
ॐ विठ्ठलाधीशतनयाब्रह्मराक्षसमोचकाय नमः  
 ॐ उदाराय नमः   
ॐ विट्ठलाधीशशङ्खचक्राङ्कनप्रादय नमः  
 ॐ विष्णुवर्धनदासाख्याहूतविट्ठलभूपतये नमः  
 ॐ शिष्यापहरणक्रुद्धबौद्धरुद्धाय नमः   
ॐ सुमोहनाय नमः  
ॐ नृसिंहमण्डपस्थायिने नमः   
ॐ वादमुद्रासमन्विताय नमः  
 ॐ फणासहस्रवाग्जालमूकीकृतविपक्षकाय नमः   
ॐ पादाश्रितक्षपणकाय नमः   
ॐ अखिलदुर्मदशिक्षिताय नमः   
ॐ स्वप्नसाक्षात्कृतश्रीमन्नारायणपरायणाय नमः  
 ॐ यादवाद्रिमहारण्यच्छेदाहित महापथाय नमः  
 ॐ कल्याणसरसीतीरवराहार्चनतोषिताय नमः  
 ॐ वेदपुष्करिणीस्नात्रे नमः   
 ॐ परिधानशिलास्थिताय नमः  
 ॐ लब्धकल्याणसरसीतटचम्पककाननाय नमः  
 ॐ तुलसीवृक्षबाल्मीकनारायणसमागमाय नमः   
ॐ गिरिमूलविनिक्षिप्तश्वेतमृत्स्नाप्रकाशकाय नमः   
ॐ विमानगोपुरागारनिर्मात्रे नमः   
ॐ ब्राह्मणप्रियाय नमः  
ॐ नारायणपुरीकर्त्रे नमः  
ॐ विष्णूत्सवसमुत्सुकाय नमः   
ॐ नारायणसमादिष्टरामप्रिययथास्थितये नमः 
ॐ रामप्रियार्थाभियातदिल्लीश्वरसमर्चिताय नमः  
ॐ दिल्लीशदत्ततत्कन्यायुक्तरामप्रियाय नमः  
ॐ गुरवे नमः  
ॐ सम्पत्कुमाराख्याहूतरामप्रियसमागताय नमः  
ॐ दिल्लीशकन्यान्तर्धानहृष्टरोम्णे नमः   
ॐ अमरप्रभवे नमः 
ॐ नारायणपदन्यस्तस्वर्णदिल्लीशकन्यकाय नमः  
ॐ रामप्रियोत्सवालोककुतूहलितमानसाय नमः 
ॐ वर्षत्रिदिनदेवेशसेवानुज्ञातपञ्चमाय नम: 
ॐ पूर्णार्यकुरनाथान्ध्यश्रवणाकुलमानसाय नमः  
ॐ स्वार्याङ्घ्रिगतपूर्णार्यार्थाहिताध्ययनोत्सवाय नमः  
ॐ क्रिमिकण्ठमृतिज्ञापिवैष्णवद्वयमन्त्रदाय नमः 
ॐ यादवाद्रिसुखावासनीतद्वादशवत्सराय नमः । 
ॐ श्रीरङ्गराजसेवार्थिने नमः
ॐ श्रीरङ्गगमनोद्यताय नमः ॥ ८००॥
ॐ आत्मबिम्बस्थापनानुगृहीताखिलवैष्णवाय नमः  
ॐ नारायणवितीर्णाज्ञाय नमः  
ॐ नृसिंहाज्ञावशंगताय नमः  
ॐ सम्पत्कुमारविरहचिरमव्याकुलमानसाय नमः  
ॐ प्राप्तश्रीरङ्गनगराय नमः  
ॐ कावेरीमज्जनकृताय नमः  
ॐ रङ्गराजपदाम्भोजसेवासन्तुष्टमानसाय नमः  
ॐ श्रीरङ्गेशसमाश्वस्ताय नमः  
ॐ कूरेशमन्दिरप्राप्ताय नमः  
ॐ कूरेशदर्शनप्राप्तव्यसनानन्दमिश्रिताय नमः   
ॐ चिरप्रविष्टात्ममठाय नम: 
ॐ नन्दिताखिलवैष्णवाय नमः  
ॐ तिल्यारक्षितगोविन्दराजस्थापनविज्वराय नम:
ॐ करीशकरूणाप्राप्तदृष्टिकुरेशवीक्षिताय नमः 
ॐ श्रीसूक्तिग्रन्थपठिताय नमः  
ॐ गोदाभीष्टप्रपूरकाय नमः  
ॐ गोदाकृपाप्राप्ताय नमः  
ॐ गोदाग्रजनामविभूषिताय नमः  
ॐ पुत्रीकृतशठारातयेनम: 
ॐ शठवैर्यृणमोचकाय नम: 
ॐ पवित्रीकृतकूरेशाय नम: 
ॐ भागिनेयत्रिदण्डकाय नम: 
ॐ रङ्गेशवेङ्कटेशादिप्रकटीकृतवैभवाय नम: 
ॐ आन्ध्रपूर्णकृताभ्यङ्गाय नम: 
ॐ धनुर्दासकरग्रहाय नमः  
ॐ गोमठान्वयबालात्तस्वकमण्डलुपादुकाय नमः  
ॐ शिष्यप्रशिष्यार्थकृतरङ्गेशशरणागतये नमः  
ॐ विशेषार्थोपदेशानुगृहीताखिलवैष्णवाय नम: 
ॐ चतुस्सप्ततिवार्तोपदिष्टवैष्णवलक्षणाय नम: 
ॐ आचार्यपदनिर्दिष्टश्रीपराशरभट्टकाय नमः .
ॐ वेदान्तिजयनिर्दिष्टभट्टाय नम: 
ॐ पूर्णमनोरथाय नमः  
ॐ बाधूलदेशिकस्थापितात्मार्चापूतभूतपुरे नमः  
ॐ गोविन्दार्यपदच्छायाय नमः  
ॐ दाशरथ्यार्यपादुकाय नमः  
ॐ प्रणवप्रतिपादार्थाय नमः  
ॐ नम:पदविराजिताय नमः  
ॐ रङ्गराजपदाम्भोजराजहंसाय नमः  
ॐ सताङ्गतये नमः  
ॐ श्रीपराङ्कुशपादाब्जमत्तभृङ्गाय नमः ॥ ८४० ॥
ॐ महाक्रमाय नमः  
ॐ भद्देशपरकालादिमुखाम्भोजदिवाकराय नम:
ॐ श्रीवत्सचिह्नशरणाय नम:
ॐ श्रितकामादिदोषहृते नमः  
ॐ मूलमन्त्ररहस्यार्थाय नम:
ॐ चरमश्लोकगोपिताय नमः 
ॐ निजावतारान्तरितभविष्यद्गुरुविग्रहाय नम: 
ॐ शठारिदिव्यसूक्त्यन्ताय नमः 
ॐ संगोपितनिजोदयाय नमः  
ॐ चतुरक्षरमन्त्राधिदेवाय नमः  
ॐ कुमततापनाय नमः  
ॐ तुण्डीरमण्डलाखण्डमण्डनाय नम:
ॐ सर्वपावनाय नम: 
ॐ श्रीरङ्गवासोल्लासाय नमः  
ॐ श्रीवैष्णवामरभूरूहाय नम: 
ॐ वसन्तमण्डपावासाय नमः  
ॐ ब्रह्मज्ञाय नमः  
ॐ शुभलाञ्छनाय नमः   
ॐ हृषीकेशाय नमः   
ॐ विमुक्तात्मने नमः ॥ ८६०॥    
  
ॐ श्रीरङ्गेशजयध्वजाय नमः   
ॐ दुःस्वप्ननाशनाय नमः   
ॐ भीमाय नमः   
ॐ धात्रीशोकविनाशकृते नमः   
ॐ शठारिचरणस्थानाय नमः   
ॐ शत्रुघ्नाय नमः   
ॐ शाश्वताय नमः   
ॐ ध्रुवाय नमः   
ॐ गोदाग्रजाय नमः   
ॐ पुष्कराक्षाय नमः   
ॐ शास्त्रे नमः   
ॐ भक्तजनप्रियाय नमः   
ॐ विद्याराशये नमः   
ॐ स्थिरप्रज्ञाय नमः   
ॐ धुर्याय नमः   
ॐ संकर्षणांशजाय नमः   
ॐ शत्रुजिते नमः   
ॐ विश्वदृशे नमः   
ॐ सिद्धाय नमः   
ॐ ज्येष्ठाय नमः               
ॐ श्रेष्ठाय नमः   
ॐ असुरद्रुहाय नमः 
ॐ श्रीमन्नारायणाभिख्यपरतत्त्वप्रकाशकाय नमः  
ॐ ब्रह्मरुद्रेन्द्रसनकसंस्तुताय नमः   
ॐ सर्वसम्मताय नमः   
ॐ शुभापाङ्गाय नमः   
ॐ सर्वविभवे नमः   
ॐ परिव्राजकनायकाय नमः   
ॐ वेद्याय नमः   
ॐ वैद्याय नमः ॥ ८९० ॥
ॐ सच्छरण्याय नमः   
ॐ वदान्याय नमः   
ॐ सात्विकादराय नमः   
ॐ विशिष्टाद्वैतसामाज्यपट्टभद्राय नमः   
ॐ सुखप्रदाय नमः   
ॐ अपायोपार्यनिर्मुक्ताय नमः   
ॐ न्यासोपायावलम्बनाय नमः   
ॐ विषयान्तरनिर्मुक्ताय नमः   
ॐ मन्त्रान्तरविवर्जिताय नमः   
ॐ ज्ञानवैराग्यसम्पन्नाय नमः   
ॐ भक्त्युपायप्रकाशकाय नमः   
ॐ अष्टोत्तरशतक्षेत्रस्वामिकैङ्कर्यवर्धनाय नमः     
ॐ शिरस्सम्बन्धसंपूतपूर्वदेशिकसन्ततये नमः   
ॐ पादसम्बन्धसन्तारितोत्तरा चार्यसन्तते नमः   
ॐ समस्तमण्डलाधीशसमस्तन्यस्तपादुकाय नमः   
ॐ पूतात्मने नमः   
ॐ परमात्मने नमः   
ॐ भूभर्त्रे नमः   
ॐ योगविदाम्बराय नमः   
ॐ शुचिश्रवसे नमः ॥ ९१०॥
ॐ वरारोहाय नमः   
ॐ समात्मने नमः   
ॐ सर्वदर्शनाय नमः   
ॐ अजाय नमः   
ॐ सुरेशशरणाय नमः   
ॐ वृषाकाराय नमः   
ॐ महातपसे नमः   
ॐ सर्ववेदविदे नमः   
ॐ अव्यङ्गाय नमः   
ॐ चतुरात्मने नमः  
 ॐ कृताकृतये नमः   
ॐ मेधाविने नमः   
ॐ सर्वदायोगधृतात्मने नमः   
ॐ जगदादिजाय नमः   
ॐ महाबुद्धये नमः     
ॐ महावीर्याय नमः   
ॐ महाशक्तये नमः   
ॐ महाद्युतये नमः   
ॐ सन्धात्रे नमः   
ॐ सुप्रसन्नात्मने नमः ॥ ९३०॥
ॐ सहस्राक्षाय नमः   
ॐ सहस्रपदे नमः   
ॐ सिद्धार्थाय नमः   
ॐ सिद्धिसङ्कल्पाय नमः   
ॐ सिद्धिदाय नमः   
ॐ सर्वसाधनाय नमः   
ॐ सत्कर्त्रे नमः   
ॐ सत्कृताय नमः   
ॐ अशोकाय नमः   
ॐ अप्रमत्ताय नमः   
ॐ अक्रोधजाय नमः   
ॐ औषधाय नमः   
ॐ वर्धमानाय नमः   
ॐ प्रकाशात्मने नमः   
ॐ तुष्टाय नमः   
ॐ पुष्टाय नमः   
ॐ परार्थदाय नमः   
ॐ सर्वलक्षणलक्षण्याय नमः   
ॐ तारणाय नमः   
ॐ परमाय नमः   
ॐ अच्युताय नमः    
ॐ धर्माय नमः   
ॐ शक्तिमतांश्रेष्ठाय नमः   
ॐ दक्षाय नमः   
ॐ धर्मविदुत्तमाय नमः   
ॐ अनिर्विण्णाय नमः   
ॐ धर्मरुपाय नमः   
ॐ इज्याय नमः   
ॐ सुव्रताय नमः   
ॐ उत्तमाय नमः   
ॐ सुघोषाय नमः   
ॐ कर्मकृते नमः   
ॐ धर्मिणे नमः   
ॐ धर्मगोप्त्रे नमः .  
ॐ मनोहराय नमः   
ॐ अविज्ञात्रे नमः   
ॐ सहस्रांशवे नमः   
ॐ सत्वस्थाय नमः   
ॐ सकलोत्तराय नमः   
ॐ आनन्दाय नमः ॥ ९७०॥
ॐ नन्दनाय नमः   
ॐ नन्दाय नमः   
ॐ गभीराय नमः   
ॐ द्रविणप्रदाय नमः   
ॐ प्रमोदाय नमः   
ॐ भगवते नमः   
ॐ स्वस्तये नमः    
ॐ सत्कीर्तये नमः   
ॐ सत्परायणाय नमः   
ॐ लोकत्रयाश्रयाय नमः   
ॐ शान्तिप्रदाय नमः   
ॐ श्रीकरदर्शनाय नमः   
ॐ उदीर्णाय नमः   
ॐ सर्वतश्चक्षुषे नमः   
ॐ विशोकाय नमः   
ॐ शोकनाशनाय नमः   
ॐ महाक्रमाय नमः   
ॐ महाकर्मणे नमः   
ॐ महातेजसे नमः   
ॐ महोरगाय नमः ॥ ९९०॥
ॐ स्तव्याय नमः   
ॐ स्तवप्रियाय नमः   
ॐ स्तोत्रे नमः   
ॐ पूज्याय नमः   
ॐ पूरयित्रे नमः   
ॐ यमाय नमः   
ॐ पुण्यतीर्थकराय नमः   
ॐ मान्याय नमः   
ॐ लोकस्वामिने नमः   
ॐ अपराजिताय नमः ॥ १०००॥
ॐ स्वस्तिदाय नमः   
ॐ स्वस्तिकृते नमः   
ॐ यन्त्रे नमः   
ॐ सत्पथाचाराय नमः   
ॐ ऊर्ध्वगाय नमः   
ॐ अव्याहतामहद्वर्त्मने नमः   
ॐ कलिकल्मषनाशनाय नमः   
ॐ मुक्तप्राप्याय नमः   
ॐ जगद्गुरवे नमः 
 ॐ कुरेशदाशरथिसमेतयतिराजाय नमः ॥१०१० ॥
॥ इति  श्रीरामानुजसहस्रनामावलिः ॥

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